पप्पू ने फिर संविधान का रोना रोया
आज एक रैली के दौरान पप्पू श्री फिर से रोये. उन्होंने कहा की अम्बानी की शादी देखी आप लोगो ने ? वो सारा पैसा आप लोगो का है जो आप ब्याज के तौर पे चूकते है लोन के प्रति. उन्होने कहा की ये संविधान के विरुद्ध नहीं है तो और क्या है?
एडिटर्स कमेंट : लगता है की पप्पू श्री को संविधान और आरक्षण के सिवा और कुछ नहीं आता. संविधान में कहाँ लिखा है की आप अपनी शादी में करोङो पैसे खर्च नहीं कर सकते? ये तो कम्युनिस्ट ही बोलते हैं. पप्पू कम्युनिस्ट हो न हो परन्तु कमीना जरूर है.